Monday, 31 August 2020

महक जाती थीं गलियां जब जनाब हमारे गुज़रते थे कुछ दिन पहले तक हमारी आंखों से कैसे ख्वाब गुज़रते थे.!! (रिज़वान)
मोहब्बत करने वालों का व्यापार कुछ यूं होता है मुनाफा छोड़ देते हैं वो घाटा बांट लेते हैं.!!! (रिज़वान)
ये सोच कर तमाम उम्र गुज़ार दी हमने कल बेहतर होगा कल बेहतर होगा.!!! (रिज़वान)

Sunday, 30 August 2020

बस इतना सा है मेरी ज़िंदगी का मशगला तेरा नाम तेरा ज़िक्र तेरा चर्चा तेरी फिक्र.!! (रिज़वान)

Saturday, 22 August 2020